खेत में तारबंदी के लिए सरकार किसानों की आर्थिक सहायता के लिए 48 हजार रुपये दे रही है। इसके लिए आवेदन फॉर्म भरें जा रहे है। तारबंदी योजना का यह पैसा सीधे किसानों को डीबीटी के माध्यम से बैंक खाते में दिया जाता है।
खेत में तारबंदी नहीं होने के आवारा पशु फसल को बहुत नुकसान पहुचाते है। इससे देश के किसान बहुत परेशान हो रहे है। किसानों की इस परेशानी का समाधान के लिए सरकार आर्थिक सहायता दे रही है। जिससे किसानों को तारबंदी करने में आसानी हो रही है।
Tarbandi Yojana
राज्य के किसान आवारा पशुओं से बहुत परेशान हो रहे है। खेत में तारबंदी है होने के चलते किसानों की अधिकांश फसल पशुओं के द्वारा बर्बाद कर दी जाती है। इसलिए खेत के चारों तरफ कांटेदार तरबंदी करने के लिए राज्य सरकार के द्वारा यह योजना शुरू की गई है।
नीलगाय व आवारा पशुओं से फसलों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सरकार के द्वारा तारबंदी योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत तारबंदी करवाने पर किसानों को सब्सिडी दी जा रही है। तारबंदी योजना में सब्सिडी के पैसे सीधे किसानों के खाते में डाले जाते है।
तारबंदी योजना में लाभ
किसानों की आर्थिक मदद के लिए शुरू की गई तारबंदी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन फॉर्म भरना जरूरी होता है। तारबंदी योजना में लघु एवं सीमांत किसानों को खेत में तारबंदी के लिए खर्च राशि का 60% या अधिकतम 48,000 रुपये सब्सिडी के रूप में दिए जाते है। और अन्य किसानों को तारबंदी में खर्च राशि का 50% या अधिकतम 40,000 रुपये सब्सिडी के रूप में दिए जाते है।
आवेदन प्रक्रिया
तारबंदी योजना का लाभ लेने के लिए सबसे पहले आपको आवेदन फॉर्म भरना होगा। आवेदन फॉर्म भरने के लिए आप नजदीकी जन सेवा केंद्र या ई मित्र पर जाएं।
यहाँ से ऑनलाइन आवेदन करें और फॉर्म जमा करने की रसीद प्राप्त करें। आवेदन फॉर्म ऑनलाइन होने के बाद विभाग के अधिकारियों के द्वारा इस फॉर्म की जांच की जाएगी। आवेदन फॉर्म में सब कुछ ठीक पाए जाने पर सब्सिडी के पैसे आपके बैंक खाते में डाल दिए जाएंगे।
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