राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक की अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं का टाइम टेबल जारी कर दिया है। इस बार बड़ा बदलाव करते हुए परीक्षाओं का आयोजन राज्य स्तर पर किया जाएगा, जो पहले जिला स्तर पर आयोजित होती थीं। ये परीक्षाएं 17 दिसंबर से 27 दिसंबर 2024 तक चलेंगी।
Rajasthan Half Yearly Time Table 2024
पहली बार राज्य स्तर पर अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। परीक्षा संचालन और प्रश्न पत्रों के वितरण को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। परीक्षा के प्रश्न पत्र पहले जिला स्तर पर भेजे जाएंगे और वहां से ब्लॉक और स्कूल स्तर तक पहुंचाए जाएंगे। सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। निजी विद्यालयों में प्रश्न पत्र रखने पर रोक लगाई गई है, और इन्हें ब्लॉक या पुलिस थाने में सुरक्षित रखा जाएगा।
परीक्षा का शेड्यूल और समय
अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं दो पारियों में आयोजित होंगी:
प्रथम पारी: सुबह 9:30 से दोपहर 12:45 तक।
द्वितीय पारी: दोपहर 1:15 से शाम 4:30 तक।
कक्षा 9वीं की परीक्षाएं पहली पारी में होंगी, जबकि कक्षा 10वीं की परीक्षाएं दूसरी पारी में आयोजित की जाएंगी। कक्षा 11वीं और 12वीं की परीक्षाएं भी दोनों पारियों में आयोजित होंगी।
पहले दिन की परीक्षाएं
17 दिसंबर को कक्षा 9वीं की परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसी दिन कक्षा 11वीं के लिए अंग्रेजी विषय और कक्षा 12वीं के लिए अंग्रेजी साहित्य की परीक्षा होगी।
प्रश्न पत्र वितरण और सुरक्षा
प्रश्न पत्र परीक्षा तिथि से तीन दिन पहले जिला स्तर पर पहुंच जाएंगे। इनकी सुरक्षा का जिम्मा जिला और ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को सौंपा गया है। परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्न पत्र पीईईओ (प्रधान शिक्षा अधिकारी) स्तर पर पहुंचाए जाएंगे।
टाइम टेबल कैसे चेक करें?
छात्र अपना टाइम टेबल संबंधित स्कूल से प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर भी टाइम टेबल उपलब्ध है।
वेबसाइट पर “लेटेस्ट न्यूज़” सेक्शन में जाएं।
अर्द्धवार्षिक परीक्षा टाइम टेबल पीडीएफ पर क्लिक करें।
पीडीएफ को डाउनलोड करके परीक्षा की तारीखें चेक करें।
छात्रों के लिए जरूरी निर्देश
सभी छात्रों को परीक्षा के दौरान गाइडलाइन्स का पालन करना होगा। समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचने और अनुशासन बनाए रखने की अपील की गई है।
राजस्थान बोर्ड के इस कदम से परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और एकरूपता आने की उम्मीद है। राज्य स्तर पर परीक्षा संचालन से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और छात्रों को समान अवसर मिलेगा।