राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने सीईटी (सीनियर सेकेंडरी पात्रता परीक्षा) के अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है। अब प्रदेश में 18 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को अपने गृह जिले में ही परीक्षा केंद्र आवंटित किए जाएंगे।
इससे पहले, परीक्षा केंद्र अक्सर अन्य जिलों में आवंटित किए जाते थे, जिससे अभ्यर्थियों को यात्रा और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता था। लंबे समय से यह मांग उठाई जा रही थी कि अभ्यर्थियों को उनके गृह जिलों में ही परीक्षा देने का मौका मिले, और अब बोर्ड ने इसे स्वीकार कर लिया है।
परीक्षा केंद्र आवंटन प्रक्रिया में बदलाव
अब तक परीक्षा के केंद्रों का चयन मुख्य रूप से अल्फाबेटिकल तरीके से किया जाता था, जहां जिनके नाम ‘व’ या ‘ट’ से शुरू होते थे, उन्हें अक्सर अंतिम पारी में परीक्षा देने का मौका मिलता था। लेकिन अब बोर्ड ने यह प्रणाली बदल दी है।
अब कंप्यूटर आधारित रैंडम प्रणाली से शिफ्ट और परीक्षा केंद्र का चयन किया जाएगा। इससे किसी भी अभ्यर्थी को अंतिम पारी में अनावश्यक रूप से परीक्षा देने की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
18 लाख से अधिक आवेदन
इस बार की परीक्षा के लिए कुल 18.63 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, और यह परीक्षा 22, 23 और 24 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी। परीक्षा तीन दिनों तक चलेगी, जिसमें छह पारियां होंगी। बोर्ड ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी अभ्यर्थियों को निष्पक्ष और उचित तरीके से शिफ्ट और केंद्र आवंटित किए जाएं, जिससे किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
अभ्यर्थियों के लिए राहत की खबर
इस नए फैसले से न केवल अभ्यर्थियों को अपने घर के नजदीक परीक्षा केंद्र मिलेगा, बल्कि उन्हें परीक्षा से संबंधित तनाव और यात्रा की परेशानियों से भी राहत मिलेगी। इस कदम से परीक्षा की प्रक्रिया और भी पारदर्शी और सुगम हो जाएगी, जिससे अभ्यर्थियों को परीक्षा सेंटर तक पहुचने में कोई परेशानी नहीं हो।