प्रदेश में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती के तहत 53,749 पदों के लिए 24.76 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इतनी बड़ी संख्या में आवेदन आने के कारण अब परीक्षा को छह से आठ पारियों में आयोजित किए जाने की संभावना है। अलग-अलग पारियों में परीक्षा होने के कारण स्तर समान बनाए रखने के लिए नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला लागू किया जाएगा, जिससे अभ्यर्थियों को निष्पक्ष मूल्यांकन मिल सके।
Rajasthan 4th Grade Bharti Latest News
भर्ती बोर्ड की मंशा है कि परीक्षा प्रक्रिया को विवादों से बचाया जाए और पारदर्शिता बनी रहे। नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला पहले अन्य परीक्षाओं में सफलतापूर्वक लागू किया जा चुका है और इसे देखते हुए इस बार भी इसे अपनाने का निर्णय लिया गया है। बोर्ड ने बताया कि परीक्षा 19 से 21 सितंबर के बीच छह पारियों में आयोजित की जाएगी और इसका परिणाम 21 जनवरी को घोषित किया जा सकता है।
गौरतलब है कि यह प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा है। परीक्षा की तैयारियों में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए बोर्ड ने पूरी रणनीति तैयार की है। परीक्षा की तारीखों में बदलाव और स्लॉट्स को व्यवस्थित करना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन इसे सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए बोर्ड प्रतिबद्ध है।
अभ्यर्थियों में परीक्षा की पारियों को लेकर समानता की मांग पहले से उठ रही थी। विभिन्न संगठनों और उम्मीदवारों ने चिंता जताई थी कि अलग-अलग समय पर होने वाली परीक्षाओं में कठिनाई के स्तर में अंतर हो सकता है, जिससे परिणामों में असमानता आ सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला को लागू करने का फैसला लिया गया।
विशेषज्ञों का मानना है कि नॉर्मलाइजेशन न केवल परीक्षा को निष्पक्ष बनाएगा, बल्कि यह सभी अभ्यर्थियों को समान अवसर प्रदान करेगा। साथ ही प्रशासन पर अतिरिक्त दबाव को भी कम करेगा। अनुमान है कि यदि आठ पारियों में परीक्षा होती है, तो व्यवस्थापन सरल होगा और अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकेगी।
इस निर्णय से अभ्यर्थियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है, जो लंबे समय से पारदर्शिता और निष्पक्ष मूल्यांकन की मांग कर रहे थे।