देश के ज्यादातर अभ्यर्थियों का सपना होता है कि वे बड़े होकर एक डॉक्टर बने क्योंकि डॉक्टर पेशा न सिर्फ एक सम्मानित पेशा है बल्कि इसमें अच्छी खासी सैलरी भी है। MBBS डिग्री कोर्स करने के बाद आप किसी भी निजी या सरकारी अस्पताल में आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं।
MBBS डॉक्टर बनने के लिए योग्यता
एमबीबीएस डॉक्टर बनने के लिए सबसे पहले आपका फिजिक्स, बायोलॉजी और केमिस्ट्री विषयों से कम से कम 60% अंकों के साथ 12वीं कक्षा पास होना जरूरी है। 12वीं पास करने के बाद आपको मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए NEET (National Eligibility Entrance Test) का एंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा।
NEET में अच्छा स्कोर हासिल करके आप किसी भी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में आसानी से एडमिशन ले सकते हैं। लेकिन अगर आप कम स्कोर लाते हैं तो आपको मंहगे प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेना पड़ेगा क्योंकि कम स्कोर होने पर गवर्नमेंट कॉलेज एडमिशन नहीं देता।
आपको बता दें, गवर्नमेंट कॉलेज की फीस लगभग 50 हजार रुपए से लेकर 1.5 लाख रुपए प्रतिवर्ष तक होती है वहीं प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की फीस 12 लाख से 25 लाख रुपए तक हो सकती है।
MBBS करने के बाद करियर ऑप्शंस
जो अभ्यर्थी भविष्य में डॉक्टर बनना चाहते हैं उन्हें 12th के बाद MBBS (Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery) डिग्री कोर्स पूरा करना होता है जिसके पाठ्यक्रम की अवधि 4.5 वर्ष होती है जिसमें एक वर्ष की इंटर्नशिप भी शामिल होती है।
एमबीबीएस डिग्री कोर्स की अवधि पूरी करने के बाद आपको किसी अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में 1 वर्ष की इंटर्नशिप पूरी करनी होगी। इस इंटर्नशिप को पूरा करने के बाद आप एक डॉक्टर बन जाते हैं। MBBS की डिग्री मिलने के बाद आप डॉक्टर बन जाते हैं।
यह डिग्री कोर्स करने के बाद आप किसी भी प्राइवेट या गवर्नमेंट हॉस्पिटल में आसानी से नौकरी (Job) हासिल कर सकते हैं इसके अलावा आपके पास खुद का क्लीनिक या नर्सिंग होम खोलने का भी ऑप्शन होता है ।
हालांकि MBBS के बाद आप तीन वर्षीय MD स्नातकोत्तर कोर्स करके फिजिशियन बन सकते हैं या फिर MS कोर्स करके एक सर्जन के रूप में भी अपनी पहचान बना सकते हैं।
इसके अलावा आप डीएम/एमसीएच या अन्य प्रमाण पत्र पाठ्यक्रमों के माध्यम से आगे की विशेषज्ञता भी ले सकते हैं।