राजस्थान सरकार ने बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में 29 सितंबर को हुई कैबिनेट बैठक में चतुर्थ श्रेणी और वाहन चालक पदों की भर्ती प्रक्रिया को मंजूरी दी गई। राज्य में 60,000 चतुर्थ श्रेणी और 23,000 ड्राइवर पदों पर जल्द ही भर्ती होगी।
अब इन पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता को 5वीं और 8वीं कक्षा उत्तीर्ण से बढ़ाकर 10वीं पास कर दिया गया है। इसके अलावा, भर्ती प्रक्रिया को साक्षात्कार से हटाकर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा लिखित परीक्षा के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
चतुर्थ श्रेणी और ड्राइवर भर्ती के लिए नए नियम
कैबिनेट बैठक में तय किया गया कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और समानता लाने के लिए शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास होगी। ड्राइवर के पद के लिए भी अब 10वीं पास अनिवार्य होगी और सभी ड्राइवर पदों को एक ही नाम ‘वाहन चालक’ के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा। इससे पहले इन पदों पर अलग-अलग विभागों में भर्ती की जाती थी, जिसे अब एकरूपता दी गई है।
भर्ती प्रक्रिया में सुधार
राज्य सरकार ने इस निर्णय के साथ यह भी घोषणा की कि 1 लाख सरकारी नौकरियां देने का लक्ष्य रखा गया है। इन पदों पर पहले साक्षात्कार के माध्यम से भर्ती होती थी, जिससे प्रक्रिया में समय और संसाधन की बर्बादी होती थी। अब लिखित परीक्षा के माध्यम से चयन प्रक्रिया सरल और पारदर्शी होगी, जिससे अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
रोजगार के लिए बड़ा कदम
राजस्थान में बेरोजगार युवाओं की लंबे समय से इन भर्तियों की मांग थी। राज्य सरकार ने इस दिशा में कदम उठाते हुए 23,820 सफाई कर्मचारियों की भर्ती की घोषणा भी की है। इसके अलावा, राज्य के औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए “राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना-2024” (रिप्स-2024) भी कैबिनेट में मंजूर की गई है। इस योजना के तहत एमएसएमई और उभरते क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे राज्य में रोजगार के अवसर और बढ़ेंगे।
सरकार द्वारा लिए गए ये फैसले राजस्थान के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगे।